सामाजिक संरचना सामाजिक संरचना शब्द का सबसे पहले प्रयोग हर्बर्ट स्पेंसर ने अपनी पुस्तक"Principles of Sociology"में किया था , जिस प्रकार मानव शरीर अनेक कोशिकाओं से मिलकर बना होता है उसी प्रकार समाज भी सरचना से बना होता है दुर्खेइम ने भी अपनी पुस्तक the rules of sociological methods में संरचना शब्द का प्रयोग किया है सामाजिक संरचना की इकाई व्यक्ति है सामाजिक संरचना किसी भी समाज में अपने लोकाचार, इतिहास, या किसी सांस्कृतिक परिवर्तनशीलता की परवाह किये बिना मोजूद रहेगी उदहारण के लिए : परिवार समाज में हमेशा से ही रहा है चाहे उसके स्वरुप में परिवर्तन क्यों न हो गया हो , या हम सत्ता को अपने उदाहारण के तौर पर ले सकते है संरचनाओ के कार्यो के बिना मानव समाज में जीवित नहीं रह सकता है सामाजिक सरचना की परिभाषाऐ रेड्क्लिफ्फ़ ब्राउन) :सामाजिक संरचना स्थानीयता से प्रभावित होती है रेड्क्लिफ्फ़ ब्राउन ने सामाजिक सरंचना का व्यापक और विस्तृत प्रयोग किया है रेमंड फ़र्थ : सामाजिक गतिविधि में भाग और सबसे स्थाई तत्वों के बीच कोई अंतर नहीं ह...
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